राजस्थान : सूखा एवं अकाल
☑ जेम्स टॉड ने 11वीं सदी में पड़ने वाले एक भीषण अकाल का वर्णन किया जिसमें लगातार 12 वर्षों तक वर्षा नहीं हुई |
☑ चालीसा का अकाल : 1783 ई० ( विक्रम संवत 1840 ) में पड़े अकाल को कहा जाता है |
☑ पंचकाल : 1812-13 ई० में पड़े अकाल को कहा गया है |
☑ त्रिकाल : 1868-69 ई० में पड़े अकाल को कहा गया है |
☑ छपनिया अकाल : 1899-1900 ई० ( विक्रम संवत 1956 ) में पड़े अकाल को कहा गया |
👉राजस्थान देश का सर्वाधिक सूखाग्रस्त क्षेत्र है। यहाँ अकाल एक बड़ी समस्या है। अकाल की वजह से जहाँ कृषि उत्पादन प्रभावित होता है वहीं चारा सहित अन्य सह-कृषि कारोबार भी प्रभावित होते हैं। मसलन यहाँ कृषि के साथ ही पशुपालन मुख्य पेशा है। गाय, भैंस, भेड़, बकरी पालन से लोगों की जीविका जुड़ी हुई है। ऐसे में, जब बारिश नहीं होती है तो लोगों को खाद्यान्न संकट का सामना करना पड़ता है। इससे भी बड़ा संकट पशुओं के चारे का हो जाता है।
👉राजस्थान की स्थिति पर गौर करें तो राजस्थान के निर्माण के बाद वर्ष 1959-60, 1973-74, 1975-76, 1976-77, 1990-91 व 1994-95 को छोड़कर हर साल यह क्षेत्र सूखा एवं अकाल प्रभावित रहा है। 1959 के अकाल में प्रदेश की लगभग समस्त जनसंख्या इससे प्रभावित हुई। अरावली पर्वत श्रेणियों द्वारा दो पृथक भागों में विभाजित राज्य के उत्तर-पश्चिम भाग में, जो राज्य का सत्तर प्रतिशत क्षेत्रफल है, बहुत क्षीण, छितराई हुई एवं कम वर्षा होती है। प्रत्येक प्राकृतिक आपदा से मानव एवं प्राणी जगत के साथ भौतिक सम्पदाओं का भी नुकसान होता है। यहाँ के लोग भोजन, पानी, आश्रय, कपड़े, दवाई एवं सामाजिक सुरक्षा हेतु बाह्य स्रोतों से सहायता के मोहताज हो जाते हैं।
👉राजस्थान में घरेलू उत्पादन का 42 से 45 प्रतिशत भाग कृषि एवं पशुपालन गतिविधियों की देन है, जिस पर 70 प्रतिशत जनसंख्या निर्भर करती है। कृषि यहाँ मुख्य रूप से वर्षा पर ही निर्भर है। कुल जोत योग्य 2,06,59,787 हेक्टेयर भूमि में से केवल 66,75,835 हेक्टेयर भूमि ही सिंचित है।
Q. 1. गत तीन दशकों में राजस्थान में 90 प्रतिशत से अधिक गाँव किस कृषिगत वर्ष में अप्रत्याशित अकाल एवं सूखे पीड़ित हुए ?
(1) 1987-88
(2) 2000-01
(3) 2002-03 ✔
(4) 2009-10
2. राजस्थान के किस जिले में सबसे अधिक वर्षा होती है ?
(1) सिरोही
(2) कोटा
(3) चित्तौड़गढ़
(4) झालावाड़ ✔
3. राजस्थान में कम वर्षा का कारण अरावली पर्वतमाला की निम्न में से कौन-सी स्थिति के कारण है ?
(1) इसका मानसून के समानान्तर होना ✔
(2) मानसून दिशा के विपरीत होना
(3) श्रृंखला में कटाव होना
(4) श्रृंखला का वनस्पति विहीन होना
4. जिस जिले की वार्षिक वर्षा में विषमता का प्रतिशत सर्वाधिक है, वह है -
(1) बाड़मेर
(2) जयपुर
(3) जैसलमेर ✔
(4) बांसवाड़ा
5. राजस्थान में बहुधा सूखा एवं अकाल पड़ने का आधारभूत कारण है
(1) अरावली का दक्षिण - पश्चिम से उत्तर - पूर्व की ओर प्रसार
(2) अनियमित, अपर्याप्त एवं अनिश्चित वर्षा
(3) मिट्टी एवं वनों का अवक्रमण
(4) विवेकहीन एवं अवैज्ञानिक ढंग से पानी का उपयोग
6. प्राकृतिक आपदा सहायता कोष की स्थापना किस वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर की गई?
(1) आठवें
(2) नवें ✔
(3) दसवें
(4) सातवें
7. नवें वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर प्राकृतिक आपदा सहायता कोष की स्थापना किस वर्ष की गई?
(1) 1989-90
(2) 1990-91 ✔
(3) 1991-92
(4) 1994-95
8. सुखा संभावित क्षेत्र कार्यक्रम में किए जाने वाले कार्य है -
(1) भूमि विकास
(2) भू संरक्षण
(3) वन विकास
(4) उपर्युक्त सभी ✔
9. सूखे एवं अकाल की समस्या का अल्पकालीन समाधान है -
(1) सिंचाई व्यवस्था का विस्तार
(2) अकाल राहत कार्य ✔
(3) विभिन्न उद्योगों का विस्तार
(5) उपर्युक्त सभी
10. सूखा संभावित क्षेत्र कार्यक्रम किस वर्ष शुरू हुआ?
(1) 1972-73
(2) 1971-72
(3) 1974-75 ✔
(4) 1979-80
11. राजस्थान में अकाल से संबंधित कहावत "तीजोकुरियो आठवों काल" में "कुरिया" शब्द का अर्थ है -
(1) अर्द्ध अकाल ✔
(2) पूर्ण अकाल
(3) त्रिकाल
(4) इनमें से कोई नहीं
12. राजस्थान में अकाल का प्राकृतिक कारण है -
(1) उच्च तापमान
(2) वर्षा की अपर्याप्तता एवं अनियमितता
(3) नियतवाही नदियों का अभाव
(4) उपर्युक्त सभी ✔
13. राजस्थान में सूखे एवं अकाल का मानवीय कारण है -
(1) भू-जल का अंधाधुंध विदोहन
(2) पारिस्थितिकी असंतुलन
(3) वनों की अनियंत्रित कटाई
(4) उपर्युक्त सभी ✔
14. राजस्थान में सूखे एवं अकाल का आर्थिक कारण है -
(1) पशुपालन की पिछड़ी दशा
(2) सिंचाई के साधनों का अभाव
(3) अनुत्पादक जनसंख्या का बढ़ता बोझ
(4) उपर्युक्त सभी ✔
15. राजस्थान में निरन्तर पड़ने वाले 'सुखे एवं अकाल' का प्रमुख कारण है -
(1) मृदा अपरदन
(2) वनों का अवक्रमण
(3) जल का अविवेकपूर्ण उपयोग
(4) अनियमित वर्षा ✔
16. राजस्थान का कौनसा क्षेत्र सूखे और अकाल का स्थायी क्षेत्र है?
(1) पूर्वी
(2) उत्तरी
(3) पश्चिमी ✔
(4) दक्षिणी
17. राजस्थान में गंभीर सूखे की निरन्तरता किन जिलों में पाई जाती है?
(1) गंगानगर, बीकानेर
(2) बीकानेर, बाड़मेर
(3) बाड़मेर, जैसलमेर ✔
(4) जोधपुर, बीकानेर
18. 20 वीं शताब्दी में सर्वाधिक भीषण अकाल का वर्ष रहा -
(1) 1982
(2) 1984
(3) 1987 ✔
(4) 1989
19. छप्पनिया अकाल किस वर्ष पड़ा?
(1) 1952 में
(2) 1954 में
(3) 1956 में ✔
(4) 1966 में
20. 'सहसा मूदसा' का अकाल किस वर्ष पड़ा?
(1) 1842-43 ✔
(2) 1872-73
(3) 1956-57
(4) 1987-88
21. वर्तमान राजस्थान में सूखा संभावित क्षेत्र कार्यक्रम कितने जिलों में चल रहा है?
(1) 10
(2) 11 ✔
(3) 12
(4) 14
☑ जेम्स टॉड ने 11वीं सदी में पड़ने वाले एक भीषण अकाल का वर्णन किया जिसमें लगातार 12 वर्षों तक वर्षा नहीं हुई |
☑ चालीसा का अकाल : 1783 ई० ( विक्रम संवत 1840 ) में पड़े अकाल को कहा जाता है |
☑ पंचकाल : 1812-13 ई० में पड़े अकाल को कहा गया है |
☑ त्रिकाल : 1868-69 ई० में पड़े अकाल को कहा गया है |
☑ छपनिया अकाल : 1899-1900 ई० ( विक्रम संवत 1956 ) में पड़े अकाल को कहा गया |
👉राजस्थान देश का सर्वाधिक सूखाग्रस्त क्षेत्र है। यहाँ अकाल एक बड़ी समस्या है। अकाल की वजह से जहाँ कृषि उत्पादन प्रभावित होता है वहीं चारा सहित अन्य सह-कृषि कारोबार भी प्रभावित होते हैं। मसलन यहाँ कृषि के साथ ही पशुपालन मुख्य पेशा है। गाय, भैंस, भेड़, बकरी पालन से लोगों की जीविका जुड़ी हुई है। ऐसे में, जब बारिश नहीं होती है तो लोगों को खाद्यान्न संकट का सामना करना पड़ता है। इससे भी बड़ा संकट पशुओं के चारे का हो जाता है।
👉राजस्थान की स्थिति पर गौर करें तो राजस्थान के निर्माण के बाद वर्ष 1959-60, 1973-74, 1975-76, 1976-77, 1990-91 व 1994-95 को छोड़कर हर साल यह क्षेत्र सूखा एवं अकाल प्रभावित रहा है। 1959 के अकाल में प्रदेश की लगभग समस्त जनसंख्या इससे प्रभावित हुई। अरावली पर्वत श्रेणियों द्वारा दो पृथक भागों में विभाजित राज्य के उत्तर-पश्चिम भाग में, जो राज्य का सत्तर प्रतिशत क्षेत्रफल है, बहुत क्षीण, छितराई हुई एवं कम वर्षा होती है। प्रत्येक प्राकृतिक आपदा से मानव एवं प्राणी जगत के साथ भौतिक सम्पदाओं का भी नुकसान होता है। यहाँ के लोग भोजन, पानी, आश्रय, कपड़े, दवाई एवं सामाजिक सुरक्षा हेतु बाह्य स्रोतों से सहायता के मोहताज हो जाते हैं।
👉राजस्थान में घरेलू उत्पादन का 42 से 45 प्रतिशत भाग कृषि एवं पशुपालन गतिविधियों की देन है, जिस पर 70 प्रतिशत जनसंख्या निर्भर करती है। कृषि यहाँ मुख्य रूप से वर्षा पर ही निर्भर है। कुल जोत योग्य 2,06,59,787 हेक्टेयर भूमि में से केवल 66,75,835 हेक्टेयर भूमि ही सिंचित है।
Q. 1. गत तीन दशकों में राजस्थान में 90 प्रतिशत से अधिक गाँव किस कृषिगत वर्ष में अप्रत्याशित अकाल एवं सूखे पीड़ित हुए ?
(1) 1987-88
(2) 2000-01
(3) 2002-03 ✔
(4) 2009-10
2. राजस्थान के किस जिले में सबसे अधिक वर्षा होती है ?
(1) सिरोही
(2) कोटा
(3) चित्तौड़गढ़
(4) झालावाड़ ✔
3. राजस्थान में कम वर्षा का कारण अरावली पर्वतमाला की निम्न में से कौन-सी स्थिति के कारण है ?
(1) इसका मानसून के समानान्तर होना ✔
(2) मानसून दिशा के विपरीत होना
(3) श्रृंखला में कटाव होना
(4) श्रृंखला का वनस्पति विहीन होना
4. जिस जिले की वार्षिक वर्षा में विषमता का प्रतिशत सर्वाधिक है, वह है -
(1) बाड़मेर
(2) जयपुर
(3) जैसलमेर ✔
(4) बांसवाड़ा
5. राजस्थान में बहुधा सूखा एवं अकाल पड़ने का आधारभूत कारण है
(1) अरावली का दक्षिण - पश्चिम से उत्तर - पूर्व की ओर प्रसार
(2) अनियमित, अपर्याप्त एवं अनिश्चित वर्षा
(3) मिट्टी एवं वनों का अवक्रमण
(4) विवेकहीन एवं अवैज्ञानिक ढंग से पानी का उपयोग
6. प्राकृतिक आपदा सहायता कोष की स्थापना किस वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर की गई?
(1) आठवें
(2) नवें ✔
(3) दसवें
(4) सातवें
7. नवें वित्त आयोग की सिफारिश के आधार पर प्राकृतिक आपदा सहायता कोष की स्थापना किस वर्ष की गई?
(1) 1989-90
(2) 1990-91 ✔
(3) 1991-92
(4) 1994-95
8. सुखा संभावित क्षेत्र कार्यक्रम में किए जाने वाले कार्य है -
(1) भूमि विकास
(2) भू संरक्षण
(3) वन विकास
(4) उपर्युक्त सभी ✔
9. सूखे एवं अकाल की समस्या का अल्पकालीन समाधान है -
(1) सिंचाई व्यवस्था का विस्तार
(2) अकाल राहत कार्य ✔
(3) विभिन्न उद्योगों का विस्तार
(5) उपर्युक्त सभी
10. सूखा संभावित क्षेत्र कार्यक्रम किस वर्ष शुरू हुआ?
(1) 1972-73
(2) 1971-72
(3) 1974-75 ✔
(4) 1979-80
11. राजस्थान में अकाल से संबंधित कहावत "तीजोकुरियो आठवों काल" में "कुरिया" शब्द का अर्थ है -
(1) अर्द्ध अकाल ✔
(2) पूर्ण अकाल
(3) त्रिकाल
(4) इनमें से कोई नहीं
12. राजस्थान में अकाल का प्राकृतिक कारण है -
(1) उच्च तापमान
(2) वर्षा की अपर्याप्तता एवं अनियमितता
(3) नियतवाही नदियों का अभाव
(4) उपर्युक्त सभी ✔
13. राजस्थान में सूखे एवं अकाल का मानवीय कारण है -
(1) भू-जल का अंधाधुंध विदोहन
(2) पारिस्थितिकी असंतुलन
(3) वनों की अनियंत्रित कटाई
(4) उपर्युक्त सभी ✔
14. राजस्थान में सूखे एवं अकाल का आर्थिक कारण है -
(1) पशुपालन की पिछड़ी दशा
(2) सिंचाई के साधनों का अभाव
(3) अनुत्पादक जनसंख्या का बढ़ता बोझ
(4) उपर्युक्त सभी ✔
15. राजस्थान में निरन्तर पड़ने वाले 'सुखे एवं अकाल' का प्रमुख कारण है -
(1) मृदा अपरदन
(2) वनों का अवक्रमण
(3) जल का अविवेकपूर्ण उपयोग
(4) अनियमित वर्षा ✔
16. राजस्थान का कौनसा क्षेत्र सूखे और अकाल का स्थायी क्षेत्र है?
(1) पूर्वी
(2) उत्तरी
(3) पश्चिमी ✔
(4) दक्षिणी
17. राजस्थान में गंभीर सूखे की निरन्तरता किन जिलों में पाई जाती है?
(1) गंगानगर, बीकानेर
(2) बीकानेर, बाड़मेर
(3) बाड़मेर, जैसलमेर ✔
(4) जोधपुर, बीकानेर
18. 20 वीं शताब्दी में सर्वाधिक भीषण अकाल का वर्ष रहा -
(1) 1982
(2) 1984
(3) 1987 ✔
(4) 1989
19. छप्पनिया अकाल किस वर्ष पड़ा?
(1) 1952 में
(2) 1954 में
(3) 1956 में ✔
(4) 1966 में
20. 'सहसा मूदसा' का अकाल किस वर्ष पड़ा?
(1) 1842-43 ✔
(2) 1872-73
(3) 1956-57
(4) 1987-88
21. वर्तमान राजस्थान में सूखा संभावित क्षेत्र कार्यक्रम कितने जिलों में चल रहा है?
(1) 10
(2) 11 ✔
(3) 12
(4) 14
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